रायगढ़ 28 जुलाई 2021. लोगों की सुरक्षा, पुलिस और पब्लिक के बीच अच्छा तालमेल बनाए रखने के लिए पुलिस महकमा गंभीर है। एसपी अभिषेक मीणा के आदेश पर बीट पुलिसिंग प्रक्रिया शुरू की गई है। पुलिस अधीक्षक ने जिले के सभी 20 थानों को बीट आधार पर पुलिसिंग करने का स्पष्ट निर्देश दिया है। कर्तव्य और दायित्व के प्रति सतर्क रहने की नसीहत जवानों को दी है। उन्होंने पुलिस कर्मियों को बीट पुस्तिका पर जानकारी अंकित करने, अपराधियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के साथ गणमान्य लोगों से मदद लेने की बात कही।
विदित को कि अपनी बीट में आरक्षक/ सिपाही ही अफसर होता है या ये कहें कि अब एक बीट प्रभारी के हाथों कई लोगों की सुरक्षा होगी। यह बीट प्रभारी क्षेत्र में सामाजिक और आपराधिक व्यक्तियों पर नजर रखेंगे। बीट पुलिस से लोगों की सुरक्षा के साथ पुलिस और पब्लिक के बीच अच्छा तालमेल बनेगा।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा बताते हैं कि हमने जो बीट सिस्टम लागू किया उसे धीरे-धीरे रिफाइन कर रहे हैं। आगामी क्राइम मीटिंग में इसके बारे में और भी जानकारी दी जाएगी। एक महीने बाद जब बीट का सिस्टम पूरी तरह से चालू हो जाएगा तो हम चेकिंग चालू करेंगे कि किस बीट में किस तरह का काम हो रहा है। यह चेकिंग रैंडम होगी और इसे पुलिस के राजपत्रित अधिकारी करेंगे।
वहीं चक्रधर नगर के करीब 72 गांवों में बीट व्यवस्था की शुरुआत की गई है। कुछ गांवों को अब एक बीट बनाकर बेसिक पुलिस यूनिट और पुलिसकर्मी को बीट पुलिस अफसर के नाम से जाना जाएगा। उस बीट पर तैनात आरक्षक/सिपाही को आपराधिक या संदिग्ध व्यक्ति रहता है तो उसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को देनी होगी। जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। साथ ही लोगों को छोटे-बड़े कामों के लिए थाने के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं हैं। जरूरतमंद लोग अपने बीट अफसर से शिकायत बताएं। वही बीट अफसर उनकी समस्या का समाधान कराएगा। ऐसी उम्मीद है कि बीट पुलिसिंग प्रक्रिया लागू होने के बाद पुलिस और पब्लिक के बीच अच्छा तालमेल बनेगा। साथ ही पुलिस को मुखबिर पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
चक्रधरनगर थाने के निरीक्षक अभिनवकांत सिंह बताते हैं कि पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा के निर्देश पर उनके थानाक्षेत्र में 05 बीट के प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। थानाक्षेत्र के सभी मुख्य जगहों पर बीट प्रभारी और बीट से संबंधित पुलिसकर्मियों के नाम और फोन नंबर को चस्पा कर दिया गया है।
कार्य सुगमता से होते हैं : निरीक्षक अभिनवकांत सिंह
निरीक्षक अभिनवकांत सिंह बताते हैं पुलिस की कार्यप्रणाली में सुगमता हेतु सम्पूर्ण थाने के क्षेत्र को छोटे छोटे हिस्सो में बांटा जाता है इनको बीट कहा जाता है।बीट कुछ मोहल्लों या कुछ गाँव से मिलकर बना होता है, शहरो में भी कुछ कॉलोनियों या एक कॉलोनी के क्षेत्र को बीट बनाया जा सकता है। थाने के पुलिस कर्मियों को भी अलग-अलग बीट में बाट दिया जाता है।जिस पुलिसकर्मी को जिस बीट की जिम्मेदारी दी जाती है वहा से संबंधित सभी कार्य जैसे सूचनाओं का संकलन,अपराध नियंत्रण आदि कार्यो को उसके द्वारा किया सम्पादित किया जाता है।एक बीट में उपलब्ध बल के अनुसार पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया जाता है जिसमे प्रधान आरक्षक या उस से ऊपर का अधिकारी बीट प्रभारी होता है।बीट में लगे आरक्षक को बीट आरक्षक कहा जाता है जो बीट प्रभारी का सहायक होता है।”