- जिले के जंगल से लगे गांवों में चीतल की मौत के कई मामले सामने आ चुके हैं
- वन विभाग की टीम ने की घटना की जांच, किया गया चीतल का अंतिम संस्कार
जांजगीर. जिले में एक खेत से चीतल की लाश बरामद की गई। मृत चीतल को देखने के लिए आस-पास के इलाकों से लोगों की भीड़ खेत के पास जमा हो चुकी थी। वन विभाग को इसकी जानकारी दी। टीम ने भीड़ को हटाकर चीतल को जांच के लिए भेजा। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना बलौदा नगर के पुरैना तालाब के पास की है।
बलौदा रेंजर के. एन. जोगी ने बताया कि पंचनामे के बाद पशुचिकित्सक प्रीति सोनी ने पोस्टमार्टम किया । पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का पता चला। डॉक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक चीतल के छलांग लगाने से खेत मे लगे बाढ़ के तार से सिर पर चोट लगी और उसकी मौत हुई। मृत चीतल का रेंज आफिस परिसर में अंतिम संस्कार किया गया। पिछले कुछ दिनों में इसे मिलाकर कुल 5 चीतल की जंगल से बाहर मौत हो चुकी है। कई बार यह वन्य प्राणी भारी मालवाहकों का भी शिकार हो जाते हैं।