रायगढ़, 11 अगस्त2020/ बरमकेला विकासखण्ड के नावापाली गांव के किसान है श्री मुकेश चौधरी जो सब्जियों की खेती से ना केवल अपने लिए अच्छी आमदनी सृजित कर रहे बल्कि 15 और लोगों को नियमित रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने अपनी लगन और मेहनत के साथ उद्यानिकी और कृषि विभाग से मिले मार्गदर्शन और वैज्ञानिक पद्धतियों के प्रयोग को अपनी सफलता का कारण बताया।
किसान मुकेश चौधरी ने बताया कि लगभग 10 वर्ष पूर्व उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री पटेल ने उनके खेत का दौरा कर कृषि के प्रति ललक को देखते हुए ड्रिप सिंचाई विधि से खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनकी प्रेरणा से 2 एकड़ में सब्जी लगाकर शुरुआत की। आमदनी बढऩे पर 6 माह बाद ही शेष 8 एकड़ में ड्रिप सिंचाई पद्धति को लगवा लिया। इसके साथ ही उन्होंने भूमि की उर्वरता को बनाये रखने और अधिक पैदावार लेने फसल चक्रण को अपनाया, जिसमे वो एक और द्विबीज पत्रीय फसलों को बारी-बारी लगाते हैं। वो बताते हैं कि रायगढ़ जिले के अलावा वो कोरबा, जांजगीर, चाम्पा, सक्ती तथा ओडि़सा के सीमावर्ती इलाकों में भी सब्जियों की आपूर्ति करते हैं। ऐसे में उन्हें सालाना 7 से 8 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा होता है। इसके साथ ही वो 15 लोगों को नियमित रोजगार भी उपलब्ध करवा रहे हैं। अभी उन्होंने 2 एकड़ में करेले की फसल उगायी थी, जिससे उन्हें अच्छा खासा लाभ हुआ है। कृषि से हुई आमदनी से उन्होंने एक मिनी राइस मिल लिया है जिससे भी वो अतिरिक्त आमदनी ले रहे हैं।
इसके साथ ही श्री चौधरी सरकार की अहम योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी को भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए काफी महत्वपूर्ण मानते हैं। उन्होंने तो व्यक्तिगत स्तर पर इसका क्रियान्वयन भी शुरू कर दिया है। अपने घर के पीछे उन्होंने जलाशय के लिए एक छोटा तालाब खुदवाया है। घर में बाड़ी बनाकर उसमें आम, नींबू, कटहल, अमरूद और घरेलू उपयोग के लिए सब्जी भी उगा रहे हैं। घर में ही वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण भी उनके द्वारा किया जाता है। बाकी पशुधन की उचित देखभाल भी वो कर रहे हैं।