रायपुर। क्या छत्तीसगढ़ में दोबारा लॉकडाउन होगा..? इस सवाल का जवाब काफी हद तक साफ हो गया है। शनिवार को मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में इस लेकर अहम फैसला लिया गया। पूरे प्रदेश में लॉकडाउन को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई। प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर को यह अधिकार दिया गया है कि जरुरत महसूस होेने पर कलेक्टर अपने जिलों में पूर्ण लॉकडाउन या कर्फ्यू लगा सकते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सभी मंत्री अधिकारियों की मौजूदगी में हुई इस बैठक के बाद यह जानकारी मंत्री रविंद्र चौबे ने मीडिया को दी।
मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि संक्रमण के फैलाव को देखते हुए यह अहम फैसले लिए गए हैं। कलेक्टर अपने जिलों की स्थिति के अनुसार फैसला करेंगे कि उन्हें लॉकडाउन करना है या नहीं। लॉकडाउन से करीब 3 से 4 दिन पहले इसकी सूचना जारी की जाएगी। हालांकि लॉकडाउन की स्थिति में जरुरी सेवा जैसे, सब्जी, दूध, दवाएं वगैरह लोगों को मिलती रहेंगी। यह बैठक रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, दुर्ग जैसे बड़े शहरों में फैल रहे कोरोना संक्रमण पर मंत्रणा करने के लिए बुलाई गई थी।
टेस्टिंग होगी दोगुनी
मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग को बढ़ाने का फैसला भी बैठक में लिया गया। हम इसकी क्षमता को अब दोगुना करने की तरफ बढ़ रहे हैं। रायपुर के बीरगांव इलाके में 100 परसेंट टेस्टिंग का लक्ष्य रखा गया है। टेस्टिंग बढ़ेगी तो मैनपावर की जरुरत होगी, इसकी भी पूर्ति की जाएगी। बेड की जरुरत होगी, इसे भी पूरा किया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग होने से हम लोगों में फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने में कामयाब होंगे।