जिले को रेशम एक्सपोर्ट हब के रूप में किया जायेगा विकसित-कलेक्टर भीम सिंह, कलेक्टर श्री सिंह ने आजीविका संवर्धन से जुड़े विभागों की ली समीक्षा बैठक

रायगढ़, 18 अगस्त 2020/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आजीविका संवर्धन से जुड़े विभागों की समीक्षा बैठक ली। सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, डीएफओ धरमजयगढ़ श्री एस.मणिवासन, डीएफओ रायगढ़ श्री मनोज पाण्डेय भी बैठक में उपस्थित रहे।

कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले को रेशम के एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जाना है। इसके लिये रेशम कीट पालन के विस्तार हेतु प्लांटेशन बढ़ाने तथा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को इसमें जोडऩे के निर्देश रेशम विभाग के अधिकारी को दिये। जिले में स्थापित होने जा रहे मुनगा प्रोसेसिंग प्लांट के लिये मुनगा की पत्तियां उपलब्ध कराने हेतु प्रत्येक विकासखण्ड में भूमि चिन्हांकित कर अधिक से अधिक मुनगा के पौधे लगाने के निर्देश दिये।

कलेक्टर श्री सिंह ने सभी सीईओ जनपद से गौठानों में संरचनात्मक विकास पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। उन्होंने गौठानों में पृथक से भूमि आरक्षित कर चारागाह व बाड़ी विकसित करने तथा आजीविका से जुड़ी गतिविधियों के संचालन के लिये भी गौठानों में भूमि निर्धारित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही स्व-सहायता समूह की महिलाओं को विभिन्न रोजगार मूलक कार्यों से जोड़ते हुये उनके द्वारा तैयार किये गये उत्पादों के विपणन हेतु भी कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को पेवर ब्लाक तथा फेसिंग पोल निर्माण जैसे कामों में भी जोडऩे के लिये कहा।

जिले में मछली पालन की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुये उत्पादन में वृद्धि हेतु संपूर्ण जिले में अधिक से अधिक तालाबों को चिन्हांकित कर कार्ययोजना बनाते हुये काम करने के निर्देश उप संचालक मत्स्य विभाग को दिये और कहा, यदि संभव हो तो प्रत्येक ग्राम पंचायतों में गौठानों के नजदीक के तालाब व डबरी में मछली पालन को बढ़ावा दिया जाये। इसमें ग्रामीण युवाओं को भी जोडऩे की बात उन्होंने कही। जिले में अण्डे की खपत की तुलना में कम उत्पादन को ध्यान में रखते हुये पोल्ट्री व्यवसाय से अधिक से अधिक लोगों को जोडऩे के निर्देश उप संचालक पशुपालन विभाग को दिये। लैलूंगा क्षेत्र में रागी तथा चावल की उन्नत किस्म के उत्पादन में वृद्धि हेतु भूमि चिन्हांकित कर कार्य करने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये। जिले में संचालित डेयरी कंपनियों में दूध आपूर्ति के लिए पशुपालकों को जोड़ते हुये कार्य करने के निर्देश दिये। साथ ही इंडस्ट्रीज में यूनिफार्म की आपूर्ति के लिये वर्क आर्डर लेकर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश उद्योग विभाग को दिये।

कलेक्टर श्री सिंह ने वन विभाग के अंतर्गत आजीविका विकास से संबंधित कार्यों के प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने वनोपज संग्रहण के साथ उसमें वेल्यू एडिशन पर जोर दिया। जिससे रोजगार की संभावनाओं बढ़े। बांस प्लाटेशन को मनरेगा से जोड़कर करने के निर्देश दिये। साथ ही वन-धन केन्द्रों में संसाधनों की उपलब्धता पर भी कार्य करने के लिये कहा। वन अधिकार पत्र प्राप्त लोगों को किन-किन शासकीय योजनाओं का लाभ दिया गया है तथा उनके आर्थिक विकास के लिये किये जा रहे प्रयासों की हितग्राहीवार विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को दिये। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित समस्त जनपद पंचायत सीईओ उपस्थित रहे।


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