कोराेना से राज्य में पहली मौत, रायपुर के युवक की दो दिन पहले बिगड़ी थी तबीयत; 16 नए पॉजिटिव मिले, 17 ठीक भी हुए, अब एक्टिव केस 314

  • प्रदेश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 415 हुआ, बिरगांव निवासी युवक फैक्ट्री में करता था काम
  • 15 दिन में क्वारैंटाइन सेंटर में 3 बच्चों समेत 12 की मौत, सरकार ने कहा- सुरक्षा के उपाय किए जाएं

रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से शुक्रवार को पहली मौत हो गई है। रायपुर के बिरगांव निवासी युवक ने उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो दिन पहले तबीयत खराब होने पर उसे भर्ती कराया गया था। वहीं प्रदेश में संक्रमण के 16 नए मामले सामने आए हैं। राहत की बात यह है कि 17 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। उन्हें अस्तपाल से छुट्‌टी दी जा रही है। इसके बाद एक्टिव केसों की संख्या 314 हो गई है। हालांकि प्रदेश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 415 पर पहुंच गया है।

छत्तीसगढ़ में कोरोना

प्रदेश में गुरुवार को 29 नए पॉजिटिव मिले थे। इससे पहले बुधवार को संक्रमण के 8 नए मामले सामने आए। इनमें जगदलपुर का 24 वर्षीय छात्र भी है। छात्र राजस्थान के सीकर से लौटा था। इसे इंटर्न डॉक्टर बताया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बिलासपुर व बलौदाबाजार में 1-1 और जशपुर में 5 नए मामले सामने आए हैं।

  • 415 संक्रमित मिले : दुर्ग-11, राजनांदगांव-35, बालोद-24, बेमेतरा-15, कवर्धा-19, रायपुर-11, धमतरी-3, बलौदाबाजार-20, महासमुंद-1, गरियाबंद-5, बिलासपुर-49, रायगढ़-13, कोरबा-42, जांजगीर-चांपा-15, मुंगेली-82, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-3, सरगुजा-7, कोरिया-9, सूरजपुर-8, बलरामपुर-10, जशपुर-16, जगदलपुर-2, कांकेर-15
  • 314 एक्टिव केस : दुर्ग-1, राजनांदगांव-34, बालोद-14, बेमेतरा-15, कवर्धा-7, रायपुर-3 (मौत-1), धमतरी-3, बलौदाबाजार-14, महासमुंद-1, गरियाबंद-1, बिलासपुर-46, रायगढ़-13, कोरबा-13, जांजगीर-चांपा-5, मुंगेली-82, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-3, सरगुजा-7,कोरिया-8, सूरजपुर-1, बलरामपुर-10, जशपुर-16, जगदलपुर-2, कांकेर-15
  • 100 मरीज स्वस्थ हुए : दुर्ग-10, राजनांदगांव-1, बालोद-10, कवर्धा-12, रायपुर-7, बलौदाबाजार-6, गरियाबंद-4, बिलासपुर-3, कोरबा-29, जांजगीर-चांपा-10, कोरिया-1, सूरजपुर-7
यह तस्वीर जशपुर में बनाए गए एक क्वारैंटाइन सेंटर की है। प्रवासी मजदूरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को सबसे ज्यादा 410 प्रवासियों का जिले में प्रवेश हुआ। इन्हें गांव के नजदीकी क्वारैंटाइन सेंटरों में भेजा गया। जिले के कुल 648 सेंटरों में अब तक 3832 प्रवासी मजदूर पहुंच चुके हैं। 

क्वारैंटाइन सेंटर में गर्भवती महिलाओं समेत बच्चों की मौत

कोरोनावायरस संक्रमण से बचाने के लिए बाहर से आए श्रमिकों काे क्वारैंटाइन किया जा रहा है, लेकिन अब वही सेंटर उनकी मौत का कारण बनने लगे हैं। पिछले 15 दिनों में छत्तीसगढ़ के क्वारैंटाइन सेंटर में 3 बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 3 जहां हादसे का शिकार हुए, वहीं 2 ने आत्महत्या कर ली। इसके अतिरिक्त 3 बच्चों समेत 7 श्रमिक बीमारी के कारण दम तोड़ चुके हैं।

  • 29 मई :  जांजगीर चांपा के दो अलग-अलग क्वारैंटाइन सेंटर में एक गर्भवती महिला और एक श्रमिक की मौत हो गई। दोनों ही अपने परिवार के साथ 5 दिन पहले सेंटर में पहुंचे थे। एक मामला हथनेरा का है और दूसरा हसौद के सरकारी स्कूल में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर का।
  • 28 मई : बालोद के देवरीबंगला के पास टटैगा (भरदा) ग्राम में क्वारैंटाइन सेंटर में 4 माह के बच्चे की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां गुरुवार सुबह करीब 6 बजे उसकी मौत हो गई। बच्चा उसके परिवार चंद्रपुर से आए थे।
  • 28 मई : गरियाबंद मैनपुर विकासखंड के धरनीधोड़ा गांव के क्वारैंटाइन सेंटर में 8 माह की गर्भवती महिला ने बीमारी से दम तोड़ दिया। महिला 14 मई को अपने पिता के साथ तेलंगाना से लौटी थी।
  • 28 मई : मरवाही क्षेत्र के दोभर स्थित क्वारैंटाइन सेंटर में 20 वर्षीय श्रमिक की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। वह चार दिन पहले तेलंगाना से लौटा था। युवक को पहले स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र और बाद में पेंड्रा स्थित सेनेटोरियम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • 27 मई : कवर्धा में लोहारा के ग्राम बांधाटोला निवासी हिरन पटेल अपनी पत्नी लक्ष्मी व 3 माह के बच्चे के साथ नागपुर से 11 मई को गांव पहुंचा। यहां 14 दिन का क्वारैंटाइन पूरा होने से एक दिन पहले ही बच्चे की तबीयत बिगड़ी और चार दिन उसकी मौत हो गई।
  • 27 मई : गौरेला-पेंडरा-मारवाही के क्वारैंटाइन सेंटर में 18 महीने की बच्ची की मौत हो गई। उसके तीन दिन पहले ये बच्ची अपने परिजनों के साथ भोपाल से लौटी थी। अधिकारियों ने कहा कि गले में भोजन फंसने के कारण उसकी मौत हुई।

क्वारैंटाइन सेंटर की निगरानी के लिए अब जोनल और प्रभारी अधिकारी 
राज्य सरकार ने अब क्वारैंटाइन सेंटरों की निगरानी के लिए जोनल अधिकारी नियुक्त करने के आदेश दिए हैं। प्रत्येक क्वारैंटाइन सेंटर के लिए प्रभारी अधिकारी रखा जाएगा। जो वहां उपलब्ध सुविधाओं के साथ-साथ सेंटर में रहने वाले की स्वास्थ्य जांच और कोरोना टेस्ट की निगरानी करेंगे। इन निर्देशों के पालन के लिए प्रभारी अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इन कार्यों में ग्राम पंचायत सचिव और स्थानीय लोगों की सहायता ली जा सकती है। इसके साथ ही नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

  • राज्य के एक से दूसरे जिले में जाने वाले श्रमिकों को क्वारैंटाइन में नहीं रखा जाएगा। पिछले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्यों में जा चुके श्रमिकों को यह छूट नहीं मिलेगी।
  • क्वारैंटाइन सेंटर के बाहर आवागमन नियंत्रित होगा। बरामदे में खुले में नहीं सोने दिया जाएगा। दरवाजाें के नीचे खुले हिस्से को ढक कर रखा जाए। सांप और बिच्छू से बचाव के उपाय सुनिश्चित किए जाए।
  • असुरक्षित क्वारैंटाइन सेंटर को सुरक्षित भवनों और स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। सेंटर पर कूलर और पंखों की व्यवस्था की जाए। खाने की गुणवत्ता, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छ शौचालय आदि सुविधाओं का ध्यान रखा जाए।
  • क्वारैंटाइन सेंटर पर योग प्रशिक्षण और आउटडोर एक्टिविटी, खेल गतिविधियां की जा सकती हैं। इसके लिए कलेक्टर, एनजीओ और वाॅलेंटियर्स की मदद ले सकते हैं। ​​​​​

श्रमिकों की होगी स्किल मैपिंग, श्रम विभाग में रजिस्ट्रेशन होगा
क्वारैंटाइन सेंटर में रुके श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उनकी स्किल मैपिंग की जाएगी। इनमें से बहुत से श्रमिकों के कौशल के बारे में जानकारी रजिस्ट्रेशन के समय दी गई है। इस संबंध में श्रम, कौशल विकास विभाग और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सचिव की ओर से कार्यवाही की जाएगी। श्रम विभाग अपंजीकृत सभी श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन करेगा। श्रमिकों का मनरेगा कार्ड, राशन कार्ड, श्रमिक कार्ड बनाए जाएंगे। जिला पंचायतों में  मनरेगा के तहत पक्के चबूतरे का निर्माण सहित अन्य कार्य बढ़ाने के लिए कहा गया है, जिससे ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिया जा सके।

एक जुलाई से खुल सकते हैं स्कूल, शिफ्ट होंगे सेंटर

श्रमिकों के बच्चों के स्कूली शिक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। यह भी प्रस्तावित किया गया है कि स्कूलों को एक जुलाई से शुरू किया जाए। इसे देखते हुए स्कूल खुलने के पहले वहां बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। स्कूल भवनों को सैनिटाइज करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी।


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here