त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 83.55 प्रतिशत हुआ मतदान, पिछले चुनाव की तुलना में 5.7 प्रतिशत रहा अधिक…

रायपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होने के साथ गुरुवार को दोपहर 3 बजे आचार संहिता खत्म हो जाएगी. राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पंचायत चुनाव में 83.55 मतदान प्रतिशत रहा. चुनाव के दौरान निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई भी हुई.

राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह ने बताया कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 243 ट तहत छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग को सौंपे गए संवैधानिक दायित्व के अनुरूप राज्य में त्रिस्तरीय पंचायतों का आम निर्वाचन 2019 – 20 संपन्न कराया गया. तीन चरणों में संपन्न कराए गए निर्वाचन में मतदान प्रक्रिया का प्रतिशत 83.55 रहा, जिसमें 83.69% पुरुष तथा 83.41% महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मतदान का यह प्रतिशत आम निर्वाचन 2014 -15 की तुलना में 5.7% अधिक रहा. उल्लेखनीय है कि राज्य के बस्तर संभाग में 07 एलडब्ल्यूई जिलों में मतदान का औसत प्रतिशत 69.97 रहा, जो आम निर्वाचन 2014-15 से 10.51% अधिक रहा.

उन्होंने बताया कि पूरी निर्वाचन प्रक्रिया में मतदान के दौरान हिंसा, बलवा, लूट, बूथ पर बलात कब्जा की कोई भी घटना घटित नहीं हुई. आचार संहिता के संबंध में कुल 36 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें से 15 शिकायतें तत्काल निराकृत की गई. शिकायतों की जांच कार्रवाई जारी है, अन्य सामान्य 107 शिकायत आयोग को प्राप्त हुई है, जिसमें से 53 शिकायतें तत्काल निराकृत की गई है, शेष शिकायतों की जांच कार्रवाई जारी है. निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान कुल 19091 प्रतिबंधात्मक कार्रवाई, 4784 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई तथा 145 आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किए गए .

निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि राज्य के 27 जिलों एवं 146 जनपद पंचायतों में पंच -160725, सरपंच-11664, जनपद सदस्य-2979, जिला जनपद सदस्य -400 सहित कुल 175768 पद हैं, जिनमें पंच- 160413, सरपंच-11641, जनपद सदस्य- 2979 और जिला पद सदस्य-400 सहित कुल 175433 पदों के लिए निर्वाचन की कार्यवाही की गई. राज्य में कुल निर्वाचकों की संख्या 14514687 रही, जिसमें 7259319 पुरुष, 7255213 महिला तथा 155 अन्य निर्वाचक हैं.

उन्होंने बताया कि नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया के दौरान पंच 527 और सरपंच 49 पदों के लिए कोई नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत नहीं हुआ, इसी तरह पंच 126, सरपंच 10 के लिए सभी नाम निर्देशन पत्र खारिज हो गये. नाम निर्देशन पत्रों की संविक्षा और नाम वापसी के उपरांत पंच 69408, सरपंच 524, जनपद सदस्य 95, जिला पद सदस्य 01 के लिए केवल एक अभ्यर्थी चुनाव मैदान में होने के कारण निर्विरोध निर्वाचन संपन्न हुए. नाम वापसी के पश्चात पंच- 90329, सरपंच 11056, जनपद सदस्य 2884, जिला पद सदस्य 399 के लिए सविरोध निर्वाचन संपन्न कराने की कार्यवाही की गई, जिसमें पंच 224485, सरपंच 48619, जनपद सदस्य 12602, जिला पद सदस्य 1905 सहित कुल 287611 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में रहे.

ठाकुर राम सिंह ने बताया कि मतदान की प्रक्रिया संपन्न कराए जाने हेतु राज्य में कुल 29757 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 8908 संवेदनशील तथा और 3448 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र रहे. एलडब्लूई प्रभावित बस्तर संभाग में 353 मतदान केंद्रों की सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया तथा मतदान दलों के परिवहन के लिए बस्तर संभाग के 50 मतदान केंद्रों के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया गया. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव संपन्न कराये जाने के उद्देश्य से निर्वाचन कार्य के प्रेक्षण हेतु कुल 34 प्रेक्षक नियुक्त किए गए थे, जिसके द्वारा पूरे निर्वाचन प्रक्रिया पर आयोग की ओर से निगरानी रखी गई.


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