जिला परिवहन अधिकारी को ज्ञापन देकर अनियमितता पर तत्काल रोक लगाने की गई मांग
ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री सहित स्थानीय मंत्री, सांसद, विधायकों को भी भेजी गई
रायगढ़। रायगढ़ जिले के लगभग 500 वाहन संचालक जिसमें की टेलर वाहन, डाला बॉडी वाहन, फट्टा टेलर वाहन संचालकों द्वारा आज 13 सितंबर को मोटर साइकिल रैली निकालकर शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए आरटीओ ऑफिस पहुंचकर जोरदार नारेबाजी की एवं वहां उपस्थित परिवहन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए तत्काल विभागीय अनियमितताओ को बंद करने का स्थानीय जिले भर के वाहन संचालकों ने मांग की। उन्होंने अपने सौंपा ज्ञापन में कहा कि फ़िटनेस के समय मात्र 806 रुपये की रशिद काटी जाती है जो की सरकारी ख़ज़ाने में जमा होता है परंतु गाड़ी मालिक से एजेंटों के माध्यम से 3500 रुपये वसूला जाता है इस तरह की वसूली बंद हो। फ़िटनेस के समय लगाया जाने वाला रेडियम की वास्तविक क़ीमत केवल लगभग 500 रुपये से 600 रुपये होता है, जबकि कुछ ख़ास लोगों को इसकी ऐजेंसी देकर 3500 रुपये वसूला जा रहा है जो कि नाजायज हैं। रेडियम जिस प्रकार पहले वाहन मालिक लगवा थे उसी प्रकार पुनः उन्हें किसी भी दुकान से रेडीयम लेकर लगाने दिया जाए। जिन गाड़ियों में पहले से स्पीड गवर्नर लगा है उसे माना जाये तथा नये गवर्नर के नाम पे 4500 रुपये की वसूली तत्काल प्रभाव से बंद की जाये। राज्य सरकार के नियमानुसार परमिट का नवीनीकरण तत्काल तिथि से किया जाये ना की पुरानी तिथि से।
चेकिंग के दौरान चौक चौराहों पर गाड़ी का पेपर ले के चले जाने की वजह से मालिक को पुरा दिन परेशान होना पड़ता है तथा गाड़ी भी खड़ी रहती है और वाहन मालिक को अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं इसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाये। यदि वाहन में कोई भी प्रकार का अनैतिक कार्य किया जा रहा है जिससे कि आप के विभागीय अधिकारियों को उससे पेपर लेने की आवश्यकता महसूस होती है तो तत्काल स्पॉट पर ही कार्यवाही की जाए। न कि उन्हें बेवजह परेशान करते हुए उनके पेपर को लेकर वाहन संचालकों को अनावश्यक ऑफिस के चक्कर लगवाया जाए। रायगढ़ के समस्त वाहन संचालक परिवहन अधिकारी से आग्रह किया हैं कि इन समस्याओं को अति आवश्यक मानते हुए तत्काल इस पर संज्ञान लिया जाए एवं इस प्रकार की विभागीय कार्यप्रणाली की विसंगतियों को दूर किया जाए।
कोरोना काल में जिस प्रकार अन्य व्यवसाय में व्यवसायियों को आर्थिक संकट का सामना करना करना पड़ा है उससे वाहन व्यवसाय कहीं भी अछूता नहीं रहा। हमारा व्यवसाय खत्म होने की कगार पर आ खड़ा हुआ है। दिन पर दिन डीजल के बढ़ते रेट और रायगढ़ जिले में परिवहन भाड़ा के गिरता मूल्य वाहन मालिकों के लिए बहुत बड़ी परेशानी बन चुका है, इसमें यदि प्रशासन से भी इस प्रकार की विभागीय परेशानियां मिलेंगी तो वाहन संचालकों को इन परिस्थितियों में घर चलाना बहुत ही मुश्किल हो गया है। उन्होंने परिवहन अधिकारी से अविलंब पत्र पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करने की मांग करते हुए विभागीय कुसंगतियो में तत्काल सुधार लाया जाने की बात कही। सभी वाहन संचालकों ने जिले के मंत्री ,सांसद, समस्त विधायक एवं जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि इस प्रकार की समस्याएं हमारे साथ रोजाना आ रही हैं और हम भी आपके ही बीच के लोग हैं अतः तत्काल इन बातों को संज्ञान में लेते हुए आपसे आवश्यक हस्तक्षेप के साथ सहयोग की अपेक्षा करते हैं।