रायपुर/काेरिया/सुकमा. प्रदेश के कई जिलों में सोमवार शाम को मौसम ने अचानक करवट बदली। कोरिया के बैकुंठपुर में नीबू से बड़े आकार के ओले गिरे। इसके कारण खेत में फसलों को काफी नुकसान हुआ है। वहीं, रायपुर में शाम को ही अंधेरा छा गया। दूसरी ओर, सुकमा के दोरनापाल में रविवार देर रात बारिश और तेज हवाओं ने कई मकानों के छप्पर उड़ा दिए। कई पेड़ भी गिर गए।
रायपुर में तेज हवाओं के साथ बारिश
प्रदेश के कई जिलों में शाम करीब 5 बजे के आसपास अचानक मौसम बदला। इसके चलते रायपुर में तेज हवाएं चलने लगीं और शाम से ही अंधेरा छा गया। वहीं कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई। इसके बाद करीब 10 मिनट तक बारिश होती रही। वहीं तेज हवाओं ने कई इलाकों की लाइट भी गुल कर दी। सुबह से तेज गर्मी और फिर धूप से चढ़े पारे ने शाम को थोड़ी राहत जरूर दिला दी।
मनेंद्रगढ़, चिरमिरी में लगातार बिगड़ रहा मौसम का मिजाज
वहीं, मनेंद्रगढ़ की ओर से उठी तेज हवाओं ने जिलेभर में असर दिखाया। चिरमिरी में ओले गिरने के 10 मिनट बाद कोरिया में भी तेज ओलावृष्टि हुई। शाम करीब 4 बजे अचानक मौसम बदला और तेज हवाएं चलने लगीं। इसके बाद 5.30 बजे से ओले गिरने शुरू हो गए। नीबू से कुछ बड़े आकार के इन ओले खेत और सड़क पर बिछ गए। इसके चलते जिले के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई।
ओलावृष्टि से सब्जियों और गेहूं को नुकसान
ओलावृष्टि से खेत में लगे टमाटर, बैगन, आलू, भिंडी सहित गेंहूं आदि की फसलें नष्ट हो गई हैं। करीब एक सप्ताह पहले भी ओले गिरने से ऐसा ही नुकसान हुआ था। किसानों को सस्ते दामों में सब्जियां बाजार में बेचनी पड़ी थीं। सब्जियों और फल के दाम में एकाएक वृद्धि हुई थी। तब प्रशासन की ओर से नुकसान का आकलन कराया जा रहा है।
सुकमा में मकानों व वाहनों पर गिरे पेड़
सुकमा के दोरनापाल में रविवार देर रात बारिश के साथ चली तूफानी हवाओं ने कई मकानों के छप्पर उड़ा दिए। इलाके में दर्जन भर से ज्यादा पेड़ गिर पड़े। कई मकान और गाड़ियां पेड़ों के गिरने से क्षतिग्रस्त हो गए। रात करीब 10 बजे से शुरू हुआ तेज हवाओं और बारिश का दौर देर रात तक चलता रहा। कई लोगों के मकानों की छत उड़ गई। हालांकि जनहानि नहीं हुई है।