रायगढ़, 26 नवम्बर 2020/ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) अंतर्गत जिले में कार्यरत बीसी (बैंक कॉरेसपान्डेंट) सखियों ने पिछले 8 माह में लोगों तक पहुंचकर, उनके घर-घर जाकर आधार बेस्ड बैंकिंग सेवाएं के तहत 26.46 करोड़ का भुगतान व लेनदेन किया है। जिनमें विभिन्न योजनाओं जैसे मनरेगा, प्रधानमंत्री जनधन योजना, किसान मानधन, धान बोनस के भुगतान के साथ ही खातों में पैसे जमा करने व आहरण के साथ ही पंचायत कर्मियों के वेतन का उनके खाते से भुगतान किया है। इस दौरान 01 लाख 43 हजार 105 ट्रांसेक्शन बैंक सखियों द्वारा किये गये।
बिहान के अंतर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाओं का चयन बीसी सखी के रूप किया गया है। वर्तमान में जिले के 9 विकासखण्डों में 145 बीसी सखियां जिले के सुदूर इलाकों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच बढ़ाने व अधिक से अधिक लोगों को बैंकिंग गतिविधियों से जोडऩे के लिये लगातार कार्य कर रही है। जिले में बीसी सखियों ने अप्रैल माह से अब तक कुल 26 करोड़ 46 लाख 36 हजार एक सौ 58 रुपये का ट्रांसेक्शन किया है। जिसमें पेंशन व अन्य योजनाओं के अंतर्गत भुगतान के अलावा 5 करोड़ 23 लाख 40 हजार 116 का बैंकिंग लेनदेन के तहत भुगतान भी किया गया है। जिसमें लोगों के खातों में 01 करोड़ 84 लाख 66 हजार 733 रुपये जमा किये तथा खाता धारकों के एकाउंट से 3 करोड़ 38 लाख 73 हजार 383 रुपये का भुगतान बीसी सखियों द्वारा उन्हें किया गया। बीसी सखियों द्वारा मनरेगा के अंतर्गत 2 करोड़ 63 लाख 87 हजार 761 रुपये का भुगतान भी कार्यस्थल पर ही पहुंचकर किया।
बैंकिंग सुविधाओं में विस्तार के साथ महिला रोजगार को मिल रहा बढ़ावा
यह ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग गतिविधियों को बढ़ाने के साथ ही महिला रोजगार व सशक्तीकरण को बढ़ावा देने की एक मजबूत पहल है। प्रत्येक ट्रांसेक्शन के एवज में बीसी सखियों को एक निश्चित कमीशन मिलता है। बीसी सखियां अपने साथ लैपटाप व फोन से कनेक्ट होने वाले बायो मेट्रिक मोफोस डिवाईस लेकर लोगों के घर-घर जाकर उनकी राशि का भुगतान करती है। कोरोना काल में जब लॉकडाउन लगा था, तब भी बैंक सखियों ने जबर्दस्त काम किया, लोगों को घर बैठे ही उनके पैसे मिले। इस दौरान कोविड प्रोटोकाल के पालन का भी पूरा ख्याल रखा गया। जिससे लाकडाउन के दौरान रोजमर्रा की जरूरतों के साथ इलाज आदि में खर्च के लिये लोगों को सहुलियत हुई और उन्हें बैंकों तकजाने की जरूरत ही नही पड़ी।
बिहान अंतर्गत वर्तमान में 3 ग्राम पंचायत पर एक बीसी सखी कार्यरत है, बीसी सखियां रोस्टर के आधार पर ग्राम भ्रमण कर भुगतान की प्रक्रिया करती है, ज्ञात हो कि बीसी सखियों को ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान से प्रशिक्षित करने का प्रावधान है, यहां से बीसी सखियों को लगातार समयानुसार प्रशिक्षण दिया जा रहा है।