रायगढ़। रायगढ़ जिले अंतर्गत तहसील सारंगढ़ क्षेत्र के गांव अमलीपाली के क्वारंटाइन सेंटर में एक युवक ने आत्महत्या कर लिया है। विगत 10 मई को 14 दिन के क्वारंटीन के लिए युवक को यहां लाया गया था। युवक मानसिक रूप से परेशान दिख रहा था, जिसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से उसे बेहतर इलाज के लिए रायगढ़ ले जाने की तैयारी चल रही थी लेकिन इसी बीच युवक ने देर रात फांसी लगाकर अपना जीवन समाप्त कर लिया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार युवक का नाम अर्जुन निषाद है वो गांव अमलीपाली तहसील सांरगढ़ का निवासी था लेकिन पिछले कुछ महीने से तेलंगाना में काम करने गए था। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण जब काम बंद हो गया तो तेलंगाना के हॉटस्पाट सिद्धपेठ से अर्जुन अपने साथियों के साथ अपने घर अमलीपाली वापिस आ रहा था लेकिन वापसी के दौरान इन युवकों को सारंगढ़ प्रशासन की टीम ने पकड़ा लिया और सभी का हेल्थ चेकअप कराते हुए 14 दिन के क्वारंटाईन हेतू अमलीपाली क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया।
SDM चंद्रकांत वर्मा ने बताया कि दो दिनों तक अर्जुन निषाद ठीक था, लेकिन 12 मई से से वो अजीब हरकतें करने लगा और मानसिक रूप से परेशान रहते हुए खाना भी छोड़ दिया। वो केवल इशारों में ही बात करता था। उसके दोस्तों की मानें तो कुछ दिनों से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह कहा करता था कि भूत आ गया है….! भगवान बुला रहा है…। अर्जुन की तबीयत खराब देख चिकित्सीय जांच के लिए उसे सांरगढ़ अस्पताल लाया गया, जहां से ईलाज के बाद फिर से क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया। डाक्टरों ने सुझाव दिया कि अगर उसकी स्थिति नहीं सुधरी तो गुुरूवार को उसे रायगढ़ इलाज के लिए भेजा जाये। जिला प्रशासन की तरफ से उसे रायगढ़ ले जाने की तैयारी भी कर ली गयी, लेकिन इसी बीच देर रात अर्जुन निषाद ने क्वारंटाइन सेंटर के एक कमरे में स्थित पंखे में अपने गमछे से ही फंदा बनाकर फांसी पर लटक कर आत्महत्या कर लिया।
इस विषय पर सारंगढ़ SDM ने बताया “अर्जुन निषाद पिछले दो दिनों से मानसिक रूप से परेशान था, ये बात हमारे संज्ञान में आया तो हमने पहले उसे सारंगढ़ के अस्पताल में चिकित्सीय जांच कराया और आज उसे रायगढ़ ले जाने की तैयारी थी, लेकिन इसी बीच देर रात ये दुर्भाग्यजनक घटना घटी। अर्जुन के शव को परिजनों के सुपूर्द कर दिया गया है।हालांकि जिस वक्त उसकी तबीयत खराब थी, उस दौरान भी परिजनों को इसकी सूचना दी गयी थी। अमलीपाली क्वारंटीन सेंटर में 15 लोग रह रहे हैं, सभी का भरपूर ख्याल रखा जा रहा था, इन्हें खाने के लिए पका हुआ भोजन दिया जा रहा था वक्त-वक्त पर डाक्टरी जांच भी की जा रही थी।