बता दें मंतोष बेहद ही गरीब परिवार से है और उनके माता-पिता का कुछ सालों पाहले ही निधन हो चुका है। मंतोष का एक भाई भी, जो छोटी सी चाय की दुकान चलाता है। माता-पिता के चले जाने के बाद से ही मंतोष ने अपनी पढाई छोटे मोटे काम करके पूरी की है। ग्रेजुएट होने के बाद वर्तमान में मंतोष हाईकोर्ट में प्यून के पद पर काम कर रहे है। नौकरी से पहले छोटे भाई के साथ तिफरा में ही चाय की दुकान चलाते थे। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में प्यून के पद के लिए आवेदन किया था। जहां वो वर्तामान में डेलीविजेस पर नौकरी कर रहे है। पिछले पांच सालों से लगातार वो केबीसी के लिए प्रयास करते रहें। मई 2020 को उनका नंबर आया। जहां उन्होंने केबीसी से आये सवालों का सटिक जवाब दिया और बिग बी के सामने हाट सीट तक पहुंचने का मौक़ा मिला है। मंतोष के हाट सीट में बैठने की खबर जैसी ही शहर में पहुंची लोगों में भारी उत्साह है। हाई कोर्ट के वकिल से लेकर कर्मचारी तक इस शो को देखने के लिए उत्साहित हैं। बधाई देने वालों का तांता भी उनके घर में लगा हुआ है।
बता दें, मंतोष कश्यप से पहले भी केबीसी के 12वां सीजन में छत्तीसगढ़ जगदलपुर की अनूपा दास ने एक करोड़ रुपए जीते हैं। इनसे भी पहले बिलासपुर जिले के तखतपुर ब्लॉक के ग्राम हांफा की मृणालिका दुबे 8 अक्टूबर को केबीसी की हॉट सीट पर बैठ चुकी हैं।
