रायगढ़। रायगढ़ नगर पालिक निगम के ठेकेदारों को हो रही गंभीर समस्याओं को लेकर नगर निगम ठेकेदार संघ अब अपनी मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल पर चले गये है। रायगढ़ नगर निगम के ठेकेदार संघ द्वारा 27 सितंबर को पत्र के माध्यम से अपनी अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर निगम आयुक्त को अवगत कराया था लेकिन अब तक उनकी समस्याओं का निराकरण नही किया गया है। जिसके बाद संघ ने ठेकेदारों को भुगतान और बिल एवं अपनी समस्याओं को लेकर 21 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल पर चले गये हैं।
इस संबंध में ठेकेदार संघ अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर पालिक निगम रायगढ़ द्वारा निविदा के हिसाब से ठेकेदार द्वारा कॉम्पिटिशन में कार्य प्राप्त करना, उसके बाद उसी हिसाब से टी.डी.आर व अंतर राशि जमा करना एवं मौके पर कार्यों में 50 प्रतिशत तक कटौती कर ठेकेदार को नुकसान पहुंचाना जो कि सही नहीं है। एस्टीमेट व निविदा में आयटम देख अपना रेट डालकर कॉम्पिटिशन में काम लेता है एवं वास्तविकता में वैसा कार्य नहीं कराया जाता है ऐसी स्थिति में ठेकेदार को नुकसान पहुंचता है इस स्थिति में टेंडर को निरस्त किया जावे या फिर प्राक्कलन के अनुसार कार्य कराया जावे एवं भुगतान किया जावे।
निविदा मिलने व पास हो जाने के बाद बेवजह राजनीतिक वश निविदा को निरस्तीकरण किया जाना जिससे ठेकेदार को आर्थिक नुकसान होता है साथ ही बाजार में निगम की छबि खराब होती है जिससे ठेकेदार को बाजार में लेनदेन में कठिनाई होती है।
पुराने लंबित कार्य, व्यवहार में निगम द्वारा कराये गये कार्य जिसका बिल निगम द्वारा नहीं बनाया जा रहा है एवं कुछ कार्यों का न ही एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है और न ही निविदा लगाया जा रहा है। उक्त परेशानी का जल्द से जल्द निराकरण कर भुगतान किया जावे।
रायगढ़ नगर निगम में छोटे-छोटे प्रवृत्ति के कार्य होते हैं जिसमें रॉयल्टी बहुत कम मात्रा में लगती है जिसके कारण रॉयल्टी क्लीयरिंग लाना मुश्किल होता है। इस लिये रॉयल्टी का बाजार मूल्य काटकर ठेकेदारों का अंतिम देय का भुगतान किया जावे।
नगर निगम में आये दिन इंजीनियरों का वार्ड प्रभार बदलते रहता है जिसके कारण बिल बनाने के समय कार्यों का मूल्यांकन इंजीनियरों द्वारा सही ढंग से नहीं किया जाता है इस व्यवस्था को जल्द से जल्द ठीक किया जावे एवं भुगतान किया जावे।
इंजीनियरों और ई.ई. के आपसी मनमुटाव व आपसी सहयोग के अभाव में ठेकेदारों का बिल नही बनना। निविदा लगाने से पूर्व निर्माण स्थल का अवलोकन अनिवार्य हो। और जो निविदा की गई थी जिसमें स्थल विवाद व अन्य कारणों की वजह से काफी समय से कार्य प्रारंभ नही हो पाया है उन कार्यों को बिना विलंब के निरस्त कर टी.डी.आर. व अंतर राशि वापस की जावे।
रायगढ़ नगर निगम के ठेकेदार संघ द्वारा इन मांगों को लेकर नगर पालिक निगम रायगढ़ को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए मांग पूरी नहीं होने पर 21 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल कर रहे हैं।
