गोमर्डा अभयारण्य के गेट खुले, अब पर्यटकों को बैरियर से मिलेगी जिप्सी की सुविधा

17 सौ रुपए में 30 किमी घने जंगल की सैर तीन घंटे तक कर सकेंगे सैलानी, बुकिंग शुरू की
पहले सारंगढ़ कार्यालय से जिप्सी बुक होती थी, जानकारी नहीं होने के कारण लौटते थे पर्यटक

रायगढ़. सांरगढ़ गोमर्डा अभयारण्य 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए खाेल दिया गया है। पर्यटकों को परेशानी न हो इसलिए विभाग ने जिप्सी की सुविधा सारंगढ़ कार्यालय की बजाय अब सीधे बैरियर से देने का निर्णय किया है। पर्यटक सारंगढ़ तेंदूझार व टमटोरा हर्रापारा बैरियर तक स्वयं के वाहन से पहुंच सकेंगे। दोनों बैरियर पर दो-दो जिप्सी बुक कर अभयारण्य की सैर कर सकेंगे। इसके लिए पर्यटकों को 17 सौ रुपए खर्च करने होंगे। जिप्सी 30 किमी घने अभयारण्य में तीन घंटे घुमाएगी। जिप्सी चालकों को विभाग ने इस काम के लिए प्रशिक्षण भी दिया है।

बाइसन, भालुओं, चीतल, तेंदुओं को नजदीक से देख सकेंगे पर्यटक
वन्यजीवों की मौजूदगी वाले इलाकों में वाहन चालक पर्यटकों और वन्यजीवों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखेंगे। इस दौरान पर्यटक दूर से फोटोग्राफी भी कर सकेंगे। बीते साल तक पर्यटकों को सारंगढ़ कार्यालय से जिप्सी बुक करानी होती है। इसकी जानकारी अधिकांश लोगों को नहीं होने के कारण उन्हें बैरियर से वापस सारंगढ़ कार्यालय जाना पड़ता था। पर्यटकों को होने वाली इन तमाम समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है। फिलहाल गोमर्डा में इस बार बाइसन, नीलगाय, सांभर, चीतल, भालू, तेंदुआ, मोर समेत अन्य वन्य प्राणियों की भरमार है।

10 किमी में माड़ोसिल्ली वाटर फॉल :
बरमकेला रेंज के अंतर्गत आने वाले खूबसूरत माड़ोसिल्ली वाटरफॉल की दूरी महज 10 किमी है। गोमर्डा आने वाले पर्यटक जानकारी के अभाव में माड़ोसिल्ली नहीं पहुंच पाते हैं। यहां वन कर्मी सैलानियों से 20 रुपए प्रवेश शुल्क लेते हैं। ठहरने के लिए फॉरेस्ट गेस्ट हाऊस की सुविधा है।

इसलिए जिप्सी की सैर फायदेमंद :
विभाग के कर्मचारी बताते हैं कि अन्य डीजल-पेट्रोल ईंधन से चलने वाले वाहनों की आवाज और हार्न से वन्यजीव भयभीत होते हैं, और खुलकर विचरण नहीं कर सकते। यही वजह है कि स्वयं के वाहन से सैर करने पर वन्य जीव कम ही देखने को मिलते हैं। सुरक्षा के लिहाज से जिप्सी अच्छा विकल्प है।

रात ठहरना हो तो पहले देनी पड़ेगी सूचना :
यहां पर्यटकों को ठहराने के लिए विभाग ने दो रिसॉर्ट बनाए हैं। प्रत्येक कमरे के लिए 400 रुपए चार्ज किया जाता है, लेकिन पर्यटकों को इसकी बुंकिग एक दिन पहले ही करानी होती है। बुंकिग के लिए सारंगढ़ गोमर्डा अभयारण्य कार्यालय में आवेदन किया जा सकता है।

सुरक्षा की दृष्टि से बेहतर है
यह व्यवस्था वन्य प्राणियों व पर्यटक दोनों की सुरक्षा की दृष्टि से बेहतर है। हम लगातार अभयारण्य को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। पर्यटकों को गाइड लाइन के अनुरूप 15 प्रतिशत बफर जोन में ही भ्रमण कराने के निर्देश हैं।

आरके सिसोदिया, एसडीओ गोमर्डा अभयारण्य सारंगढ़


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