IAS एसोसिएशन ने दिवंगत IAS उइके के परिवार से एक सदस्य को नौकरी देने की मांग, विदेश दौरे पर कहा- निजी खर्च और छुट्टी पर जाने का पूरा अधिकार

यह भी स्पष्ट है कि यदि आईएएस अधिकारी निजी विदेश यात्रा पर गये हैं. तो उन्होंने इसकी विधिवत अनुमति भी ली है. कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं, जिनके परिवार के सदस्य वर्तमान में विदेश में कार्यरत हैं तथा उनको निजी व्यय से परिवार के साथ मिलने जाने का पूरा अधिकार है. मीडिया से अपेक्षा है कि तथ्यों को इस तरह प्रस्तुत नहीं करना चाहिए जिससे आईएएस अधिकारियों के व्यवहार को गैर जिम्मेदाराना माना जाये और इससे भारतीय प्रशासनिक सेवा की छवि धूमिल हो. एसोसिएशन ने यह निवेदन  किया कि किसी अधिकारी के बारे में तथ्यों की व्याख्या करने के पहले संबंधित अधिकारी का वक्तव्य भी ले लिया जाये, ताकि उक्त अधिकारी की बात जनता के बीच आ जाए.

गौरतलब है कि सामान्य सभा की अध्यक्षता सीके खेतान ने की. वरिष्ठ अधिकारियों में आर पी. मण्डल, अमिताभ जैन, सुबत साह, निहारिका बारीक, सुबोध सिंह, डी.डी. सिंह, कमलप्रीत सिंह, अविनाश चम्पावत, रीता शांडिल्य उपस्थित थे. सबसे पहले एसोसिएशन ने उनके एक सदस्य चंद्रकांत उईके के असामयिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और यह प्रार्थना की गई कि ईश्वर उनके परिवार को इस संकट की घड़ी में संबल प्रदान करे.

 सहयोग राशि करेंगे जमा  

एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से यह भी निवेदन किया जाए कि उनके परिवार के किसी एक सदस्य को उचित राजपत्रित अधिकारी के पद पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाए. साथ ही एसोसिएशन ने निर्णय लिया कि स्व. चंद्रकांत उईके के पुत्र, जो अभी 12वीं कक्षा में अध्ययनरत् हैं, उनकी उच्च शिक्षा के लिए धनराशि की सहायता दी जाए. एसोसिएशन के सभी सदस्य इस उद्देश्य के लिए अपनी तरफ से सहयोग राशि इकट्ठा करें, जो उनके पुत्र के नाम से सावधि जमा के रूप में रख दिया जाए, ताकि उनका पुत्र आवश्यकता पड़ने पर राशि का उपयोग कर सके. इसके बाद सामान्य सभा में एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2018-19 के लेखा को अनुमोदित किया गया. उक्त लेखा चार्टर्ड एकाउंट द्वारा ऑडिट किया गया है.

 किसी भी तरह की छानबीन के लिए हमेशा तैयार

एसोसिएशन ने कहा कि आईएएस सेवा के अधिकारियों की सेवा में पूर्ण पारदर्शिता और अधिकारियों के जिम्मेदार व्यवहार का पक्षधर है. एसोसिएशन इस बात में भी विश्वास रखता है कि देश की सर्वोच्च सेवा होने के नाते छत्तीसगढ़ के सभी आई.ए.एस. अधिकारी किसी भी तरह की प्रशासनिक समीक्षा या छानबीन के लिए हमेशा तैयार हैं, लेकिन मीडिया से इस बात का ख्याल रखने की अपेक्षा है कि किसी अधिकारी की निष्ठा, प्रतिष्ठा एवं छवि बेवजह धूमिल न हो.

एसोसिएशन द्वारा प्रशासन अकादमी, छत्तीसगढ़ से यह भी अनुरोध करने का निर्णय लिया गया कि परिवीक्षाधीन आई.ए.एस. अधिकारियों को एक सप्ताह के मंत्रालय के परिचयात्मक मॉड्यूल प्रशिक्षण में आवश्यक रूप से शामिल किया जाए, ताकि उन्हें मंत्रालयीन कामकाज का ज्ञान हो सके.


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