रायगढ़। खरसिया विधायक व प्रदेश के कैबिनेट मंत्री उमेश पटेल के कर कमलों के जरिये पोर्टल मंच पर “ग्रीनचर्या बने दिनचर्या” मुहिम की रायगढ़ से शुरुवात आने वाले दिनों में यह ग्रीनचर्या पूरे प्रदेश दिनचर्या बनेगी। उमेश पटेल के जरिये “ग्रीनचर्या बने दिनचर्या” एक बड़े सामाजिक बदलाव का संदेश है। आने वाले दिनों में यह आयोजन प्रदेश स्तर पर आम लोगो की दिनचर्या में शामिल होगा। यह आयोजन प्राकृतिक वातावरण की हरियाली के साथ घर – घर हरियाली का संदेश वाहक होगा।
मंत्री उमेश पटेल से जुड़े समर्थकों ने आज जिला पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह से मुलाकात करते हुए इस ग्रीनचर्या बने दिनचर्या के तहत एक पौधा सौंपा। जिस पर पुलिस कप्तान संतोष सिंह ने पूरी टीम को शुभकामना देते हुए कहा कि –
“यह रायगढ़ को हरित बनाने की दिशा में एक अभिनव प्रयास है इसमें पेड़ – पौधों के संवर्धन के लिए पहल करने का प्रयास किया जा रहा है जो सराहनीय है। दिनचर्या में ग्रीनचर्या का जो फोकस है वो एक दूसरे को उपहार की बजाय पौधों के आदान – प्रदान कर अपने दिनचर्या में शामिल करना है और दुसरों को भी प्रेरित करना है। यह एक अच्छा प्रयास है और इसकी शुरुआत कोरोना के संकटकाल के समय में किया जा रहा है। कोरोना में हाईजीन का इम्पोर्टेन्ट रहता है और ये जरूरी है कि स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बने उसमें अगर हम लोगों को प्रेरित कर सकें कि आप अधिक से अधिक पौधे लगाएं और पौधों का संवर्धन करें। इस मुहिम के दौरान मैं अपने बच्चों को भी प्रेरित करूंगा कि वे पौधा लगाएं और अपने दिनचर्या में ग्रीनचर्या को अपनाएं। ऐसे मुहिम से ही लोगों में पर्यावरण के प्रति चेतना जागृत होगी। उन्होंने हरित क्रांति लाने की दिशा में उठाये जा रहे इस कदम की सराहना भी की साथ ही आश्वासन भी दिया कि वे अपने अधीनस्थों व कार्यालय आने वाले लोगों को भी इस हेतु प्रेरित करेंगे। कोरोना संकट के प्रारम्भ की गई इस पहल से मानसिक अवसाद को कम करने में मदद मिलेगी।”
मंत्री उमेश पटेल के समर्थकों ने निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय से सौजन्य मुलाकात करते हुए इस मुहिम के तहत पौधा युक्त पौधा गमला सौंपा जिस पर उन्होंने ग्रीनचर्या बने दिनचर्या आयोजन को सराहनीय बताते हुए कहा :-
“मैंने दिनचर्या तो सुनी है लेकिन ग्रीनचर्या पहली बार सुन रहा हूं और यह सुनकर दिल को सुकून मिलता है की इसमें पीढ़ियों के बदलाव का संदेश समाहित है। दिनचर्या में ग्रीनचर्या का शामिल होना अनूठा प्रयोग है उन्होंने कहा कि वादा किया कि अब उपहार स्वरूप इन जीवंत पौधों को आदान प्रदान करेंगे उन्होंने कहा की हम कोशिश करेंगे कि हमें अच्छे से जीने का और आज के कृत्रिम पर्यावरण में हमारी सांसों को एक अवलंब दे सकें इसके लिए इस टीम का आभारी हूं और मेरी कोशिश रहेगी रायगढ़ में आने के बाद हमारी केलो नदी, हमारा पर्यावरण और हमारा निगम, हमारे जितने लोग हैं जो पर्यावरण के हितैषी हैं उनसे मिलकर इस अभियान को जागरूकता के साथ नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा, हम जिसको भी मिले उनको हम दिनचर्या में ग्रीनचर्या का महत्व समझायें और साथ ही उनको हमेशा के लिए सहेजने के लिए एक नन्हें पौधा दे, ऐसा करके हम अपने आप में अपने एक गौरव का एहसास करेंगे।”
दिनचर्या में ग्रीनचर्या के इस मुहिम को रायगढ़ के सैकड़ों युवाओं ने अपने जीवन में ग्रीनचर्या को अपनाने का संकल्प लिया है। आज पूरा दिन मंत्री उमेश पटेल के द्वारा सोशल मंच पर की गई अपील की पूरे शहर में चर्चा रही और अन्य अधिकारियों सहित आम लोगों ने भी ग्रीनचर्या अपनाने के लिए संकल्प लिया। इस मुहिम के युवाओं का कहना है कि इस मुहिम में हम समाज के हर वर्ग को जोड़ेंगे और अपने जीवन में ग्रीनचर्या को आत्मसात करने के लिए उन्हें संकलिप्त करने का प्रयास करेंगे साथ ही उनसे निवेदन करेंगे कि दिनचर्या में ग्रीनचर्या अपनाने के लिए दूसरों को भी प्रेरित कर इस जागरूकता अभियान में साथ देंगे।
