आज से विजिटर्स इंट्री बंद केवल यात्रियों को देंगे प्रवेश, कैफेटेरिया के लिए पांचवीं बार टेंडर जारी; इस बार किराया किया कम
तीसरा एयरोब्रिज बनाने का काम शुरू कर दिया गया है इसे 1 अप्रैल से हवाई यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा
रायपुर . राजधानी का एयरपोर्ट देश के उन चुनिंदा घरेलू एयरपोर्ट में शामिल हो रहा है जहां एक साथ तीन एयरोब्रिज काम करेंगे। एयरपोर्ट में अभी दो एयरोब्रिज काम कर रहे हैं। तीसरा एयरोब्रिज बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसे 1 अप्रैल से हवाई यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। तीसरा एयरोब्रिज शुरू होने के बाद रायपुर से अप-डाउन करने वाले सभी विमानों के यात्री टर्मिनल बिल्डिंग से सीधे प्लेन में जा सकेंगे। इससे यात्रियों को विमान में बैठने के लिए धूप और बारिश से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। अभी दो एयरोब्रिज होने की वजह से कई प्लेन को रनवे पर ही रखा जाता है। इस वजह से यात्रियों को टर्मिनल बिल्डिंग से बाहर मैदान एरिया को पार करते हुए रनवे तक पहुंचना होता है।
2.50 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे
एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से इस नए एयरोब्रिज पर 2.50 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसमें 2 करोड़ की रकम इक्यूपमेंट और 50 लाख रुपए कंस्ट्रक्शन पर खर्च किए जा रहे हैं। कंस्ट्रक्शन का काम लगभग पूरा हो रहा है। एयरपोर्ट डायरेक्टर राकेश आर सहाय ने बताया कि इक्यूपमेंट का ऑर्डर हो चुका है। यह हाईटेक सामान चाइना से शिप के जरिये कोलकाता बंदरगाह में पहुंचेगा। वहां से इस हैवी गाड़ियों में लोड कर रायपुर लाया जाएगा। इसे फिट करने के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े एयरपोर्ट के इंजीनियरों की टीम रायपुर आएगी।
आज से केवल यात्रियों को ही प्रवेश
गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसी भी तरह की अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए एयरपोर्ट में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। 20 जनवरी से विमानतल के अंदर केवल वही लोग जा सकेंगे जिनके पास सफर करने के लिए फ्लाइट की टिकटें होंगी। यात्रियों को छोड़ने या उन्हें पिकअप करने के लिए आने वाले लोगों को विमानतल के बाहर ही रुकना होगा। विजिटर्स प्रवेश टिकट लेकर अंदर नहीं जा पाएंगे। विजिटर्स काउंटर अब 30 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है।
कैफेटेरिया के लिए पांचवीं बार टेंडर जारी
रायपुर एयरपोर्ट के बाहर बने कैफेटेरिया को खोलने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पांचवीं बार टेंडर जारी कर दिया गया है। कैफेटरिया के संचालन के लिए एक बार फिर किराया कम कर दिया गया है। इस बार के टेंडर में होटल चलाने वालों से हर महीने 1.20 लाख रुपए किराया देने की बात कही गई है। होटल प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि किराया अभी भी ज्यादा है। आउटर होने की वजह से कैफेटेरिया का किराया आधा यानी करीब 50 हजार होना चाहिए। इसके बाद ही होटल कारोबारी इसमें दिलचस्पी दिखाएंगे।
